Childhood cancer: इस सफर से उबरने में मदद करेंगी ये बुक्स 

by Team Onco
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कैंसर एक दुविधाजनक बीमारी है और बच्चे के लिए सही शब्द चुनकर उसे इतनी कठिन बीमारी के बारे में अवगत कराना मेहनत का काम हो सकता है।

चाइल्डहुड कैंसर

चाइल्डहुड कैंसर

अगर आप कैंसर से पीड़ित हैं और अपने बच्चे को इस बात से उबरने में उसकी मदद करना चाहते हैं तो आगे इस ब्लाॅग को पढ़ें जिससे कुछ उपयोगी बातें आपको सीखने को मिलेंगी।  – इ. बी. व्हाइट ने कहा था ““Anyone who writes down to children is simply wasting his time. You have to write up not down. Children are demanding. They are the most attentive, eager, curious, observant, sensitive, quick and generally congenial readers on the earth.

ये बात बच्चे के विकसित होने में लागू होती है जिसमें खुल के बात करना, आपस में दोनों तरफ से बात होना, और बस खुशी मायने रखती है। 

जिम्मेदार परवरिश सिर्फ अपेक्षा रखना नहीं सिखाता बल्कि, यादें बनाने की आशा सिखाता है, दूसरों पर निर्भर होना नहीं बल्कि, एक स्वतंत्र इंसान बनाता है और ऐसे रिश्ते बनाना सिखाता है जो मानवीय सीमाओं से परे हो। 

कैंसर के सफर के दौरान अपने बच्चे से बात करना महत्वपूर्ण है ताकि वे अपनेपनए सुरक्षा और आत्मविश्वास की भावना महसूस करें। और किसी दर्द भरे अनुभव को सही दिशा देकर उन्हें और मजबूत किया जा सकता है।

इन लिटरेचर के संसाधनों पर एक नजर डालें, जो आपके बच्चे को समझने में मदद कर सकते हैं और आपको अपनी बात को शुरू करने का एक तरीका बता सकते हैं जिससे आप ईमानदारी से अपनी बात को रख सकें, आपके परिवार को राहत मिले और आप गहन विचार कर सकें। 

 4 से 8 साल की उम्र –

अवर मॉम हैज़ कैंसर, अबिगेल एकरमैन (Our Mom has Cancer, Abigail Ackerman)

अबिगेल और एड्रियन दो बहनें हैं जो अपनी मां के कैंसर रोग के बारे में लिखने की कोशिश करती हैं, जिससे उन्हें क्या नहीं समझ में आता है ये वो बता सकें। 

‘मॉम हैज़ कैंसर’ एक मजेदार, सच्चाई पर आधारित और आनंदमय व्याख्या है, जिसमें उस वक्त के बारे में बात की गई है जब उनकी मां ब्रेस्ट कैंसर के इलाज से गुजर रही थी।  

बच्चों के दृष्टिकोण से लिखी गई, एकदम बुनियादी भाव से, स्पष्ट और प्यारी सी रचना है, भले ही परिस्थितियां अस्पष्ट और दर्द भरी हैं।

नोवेयर हेयर, स्यू ग्लेडर (Nowhere Hair, Sue Glader)

‘नोवेयर हेयर’ बच्चों को कैंसर और उसके उपचार को समझने के लिए गाने के अंदाज में लिखा गया है। यह डर, उदासी, नासमझी की व्याख्या करता है और थोड़ा मज़ाकिया अंदाज में बात को समझाने का और घाव को भरने की प्रक्रिया को समझाने का प्रयास है। 

द नेक्स्ट प्लेस, वॉरेन हैन्सन (The Next Place, Warren Hanson

‘नेक्स्ट प्लेस’ एक शांत और आश्वस्त करने वाली कविता है जिसमें मृत्यु के बाद की आज़ाद जिंदगी जो कि मृत्यु के डर और बाधा से परे है, उसके बारे में बात करती है। कविता के रूप में लिखी गई ये रचना मृत्यु और दुख की प्रक्रिया के प्रति एक उम्मीद और आराम देता हुआ दयालु नजरिया है। 

टूडेज द डे (Today’s the Day)

6 साल की जूली उन बच्चों के लिए अपने बाल दान करने का निर्णय लेती है, जो कैंसर में कीमोथेरेपी के दौरान अपने बाल खो देते हैं।

एलिमेंट्री स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए

द रेनबो फीलिंग्स ऑफ कैंसर, कैरी मार्टिन (The Rainbow Feelings of Cancer, Carrie Martin)

7 साल की लड़की कैरी की मां को जब कोलोन कैंसर हुआ, तब वो अपनी भावनाओं और जिंदगी के प्रति अपने विचारों को डूडल बना कर व्यक्त करती है। दिल को छू लेने वाला यह लेख मां और बच्चे के बीच की बातचीत को दर्शाता है जिससे मरीज, परिवार के बच्चे और बाकी के ख्याल रखने वाले के बीच खुल कर बातचीत करने को प्रोत्साहन मिलता है। 

बटरफ्लाई किसेस एंड विशेज ऑन विंग्स, एलेन मकविकर (Butterfly Kisses and Wishes on Wings, Ellen McVicker) 

यह किताब परिवार में किसी के कैंसर के प्रति मेडिकल और भावनात्मक पहलू पर बच्चों को शिक्षित करती है। ये दर्शाती है कि जब परिवार में कोई प्रियजन इस खतरनाक बीमारी से जूझता है तो बच्चे कैसे अपने डर पर काबू पाने के लिए स्थिति के हिसाब से ढल जाते हैं। 

आवर फैमिली हैस कैंसर टू!, क्रिस्टीन क्लिफर्ड बेकविथ (Our Family Has Cancer, too!, Christine Clifford  Beckwith)

टिम और उसके छोटे भाई को पता चलता है कि उसकी मां को कैंसर है, इसलिए वे हॉस्पिटल जा कर कीमोथेरेपी और रेडिएशन के बारे में जानते हैं। यह बच्चों और उनके परिवार को प्रभावित करने वाली एक ग्राफिक नॉवेल बुक है जो मां–बाप और बच्चे के बीच हो रहे संवाद से कैंसर से उबरने के लिए प्रेरित करती है।

टीन और व्यस्क –

यू आर नॉट अलोन: टींस टॉक अबाउट लाइफ (You Are Not Alone: Teens Talk About Life

यह किताब अच्छे से समझाने और आश्वस्त करने वाली उस टीनएजर की आवाज है जो नुकसान से जूझ रहे होते हैं। यह टीनएजर के उस समूह से संबंधित है जो एक ही तरह की बेबसी, अकेलापन, बीमारी, आत्महत्या के विचार जैसी भावनाओं से गुजरते हैं। 

टाइगर आइज़, जूडी ब्लूम (Tiger Eyes, Judy Blume

15 साल की लड़की अपने पिता की अचानक मौत से जूझ रही होती है और काम करती है जिससे एक भयंकर नुकसान, दुख और बदलाव के समय के बाद उसकी ताकत वापस आए।

द फॉल्ट इन आवर स्टार्स, जॉन ग्रीन (The Fault in Our Stars, John Green) 

थोड़ा फिलोस्फिकल दिमाग की तरफ झुकाव करते हुए जॉन ग्रीन एक जवान कैंसर फाइटर के बारे लिखते हैं, जो किशोरावस्था की जटिल भावनायें जैसे प्यार, जिन्दगी, हास्य और हिम्मत से गुजरता है। 

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