हैदराबाद में पाएं ब्रेन कैंसर का बेस्ट इलाज
Onco केयर सेंटर में पाइए ब्रेन कैंसर के इलाज के लिए अनुभवी डॉक्टर्स द्वारा सफल और सबसे आधुनिक इलाज
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- जीरो इएमआई पर, इलाज के सस्ते और आधुनिक विकल्प
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ब्रेन कैंसर क्या है ?
जब मस्तिष्क की कोशिकाएं असामान्य रूप से बढ़ने लगें तो ये ब्रेन ट्यूमर कहलाती हैं। प्राइमरी ब्रेन ट्यूमर मस्तिष्क में ही बनते हैं और सेकेंडरी ब्रेन ट्यूमर तब बनते हैं जब कैंसर शरीर के किसी और अंग में हुआ हो और फैल कर मस्तिष्क तक आ गया हो। प्राइमरी ब्रेन ट्यूमर मस्तिष्क की कोशिकाओं के DNA म्यूटेशन की वजह से बनते हैं। ये ट्यूमर कैंसर का रूप हो सकते हैं जिनका फैलाव होता है (मेलिग्नेंट) और कैंसर नहीं भी हो सकते हैं (बिनाइन)। ब्रेन ट्यूमर मस्तिष्क या स्पाइन के दूसरे हिस्से में CSF द्वारा पहुंच सकता है।
हैदराबाद में हमारे टॉप के न्यूरो–ऑनकोलॉजिस्ट की टीम
Dr. Amit Jotwani
CoFounder, CMO, Chief OncologistDr. Shikhar Kumar
Consultant Medical OncologistDr. Rakesh Shankar Goud
MBBS, DNB-Radiation OncologyDr. Abid Ali Mirza
Surgical OncologistDr. M A Suboor Shaheerose
Medical OncologistDr. Amit Jotwani
CoFounder,CMO,Chief Oncologist
MD (Radiotherapy), FHPRT, SBRT(Netherlands), AMPH
Dr. Shikhar Kumar
MD, DNB,DM – Medical oncology, ECMO
MD (Radiotherapy), FHPRT, SBRT(Netherlands), AMPH
Dr. Rakesh Shankar Goud
MBBS, DNB-Radiation Oncology
MD (Radiotherapy), FHPRT, SBRT(Netherlands), AMPH
हमारे ओन्को केयर सेंटर्स में पाएं
- अनुभवी हेल्थकेयर टीम
- एक काॅल पर कसंल्टेशल
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- देशभर के ऑन्कोलॉजिस्ट के साथ टेलीकंसल्टेशन
- सेकंड ओपिनियन बिल्कुल फ्री
- कोमप्लिमेंटरी डाइट प्लान
- एक घंटे के भीतर हॉस्पिटल से डिस्चार्ज
ब्रेन कैंसर के संकेत और लक्षण
-लगातार तेज़ सिरदर्द
-देखने में दिक्कत जैसे धुंधली दृष्टि, डबल विज़न आदि
-हाथ या पैर का सुन्न होना
-व्यावहारिक बदलाव
-बोलने में तकलीफ़
-संतुलन बनाने में तकलीफ़
-सोचने में दिक्कत
-बिना कारण मितली या उल्टी
-थकान
-उलझन और निर्णय लेने की क्षमता में कमी
-सुनने में दिक्कत
-याद्दाश्त में कमी
-दौरे या शरीर में ऐंठन
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हैदराबाद में ब्रेन कैंसर के डायग्नॉस्टिक टेस्ट
न्यूरोलॉजिकल एग्जाम – आपके डॉक्टर कई न्यूरोलॉजिकल कार्य जैसे सुनने की क्षमता,देखने और संतुलन बनाने की क्षमता आदि को चेक करते हैं।
ब्रेन स्कैन – इन स्कैन से डॉक्टर सटीकता से ब्रेन कैंसर को डायग्नोज करके ट्रिटमेंट प्लान बनाते हैं। आम तौर पर MRI और CT स्कैन की सहायता से ब्रेन की विस्तृत तस्वीरें निकाली जाती हैं।
बायोप्सी – ब्रेन ट्यूमर किस ग्रेड का है यह जानने के लिए बायोप्सी की जाती है। इस ग्रेड से ब्रेन ट्यूमर कितना आक्रामक है यह पता चलता है और उसके हिसाब से ट्रिटमेंट प्लान तैयार करने में मदद मिलती है। अगर डॉक्टर को आपके लिए बायोप्सी सुरक्षित नहीं लगती है तो वे बाकी के डायग्नॉस्टिक टेस्ट के हिसाब से ट्रिटमेंट प्लान तैयार करेंगे।
प्राथमिक तौर पर ये सभी डायग्नॉस्टिक टेस्ट किए जाते हैं। बाकी के टेस्ट आपके लक्षण के हिसाब से किए जाते हैं। जैसे न्यूरो कॉग्निटिव असेसमेंट, लंबर पंक्चर, एंडोक्रिनो लॉजिकल इवेल्यूएशन, न्यूरो ओप्थेलमोलॉजिकल एग्जाम और इलेक्ट्रोसेफालोग्राफी (EEG)
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हैदराबाद में फेफड़े के कैंसर के इलाज के लिए एडवांस ट्रीटमेंट
सर्जरी – ट्यूमर को आधे या पूरे तरीके से निकालने के लिए सर्जरी की जाती है। बाकी के ट्यूमर के लिए कीमोथेरेपी और रेडिएशन थेरेपी की जाती है।
सर्जरी करने के लिए न्यूरो सर्जन इनमें से किसी प्रक्रिया से इलाज करते हैं क्रेनियोटॉमी – सिर के स्कैल्प में चीरा लगा के ट्यूमर को निकालते हैं
क्रेनियोटॉमी – सिर के स्कैल्प में चीरा लगा के ट्यूमर को निकालते हैं
न्यूरो एंडोस्कोपी – सिर के स्कैल्प में छोटे छोटे छेद करके या मुंह और नाक के रास्ते ट्यूमर को निकाला जाता है। जब सामान्य सर्जरी से मस्तिष्क के किसी हिस्से में पहुंचना मुश्किल होता है या ये ध्यान देना होता है कि ट्यूमर को निकालने में मस्तिष्क के किसी और हिस्से को नुकसान न पहुंचे, तब इस प्रक्रिया को चुनते हैं।
ट्यूबलर रिट्रेक्टर सिस्टम – जब ट्यूमर मस्तिष्क के अंदर गहराई से निकालना हो तब इस प्रक्रिया को चुनते हैं।
MRI गाइडेड लेज़र एबलेशन – जब ट्यूमर किसी संवेदनशील जगह पर स्थित हो तब लेज़र की मदद से उसे नष्ट करने के लिए इस प्रक्रिया को चुनते हैं।
अगर सर्जरी संभव नहीं है तो डॉक्टर कीमोथेरेपी, रेडिएशन थेरेपी, स्टीरियोटैकटिक रेडियोसर्जरी से ट्यूमर को नष्ट करते हैं।
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हैदराबाद में ब्रेन कैंसर के इलाज का खर्च
हैदराबाद में ब्रेन कैंसर के इलाज का खर्च कई मुद्दों पर निर्भर करता है जैसे हॉस्पिटल की सुविधाएं, मेडिकल विशेषज्ञता, इलाज के पहले के खर्च (विर्मश,खून की जांच और स्कैन आदि), किस प्रकार का इलाज आप करवा रहे हैं, इलाज के बाद का खर्च (समय समय पर चेक करने के लिए फॉलो अप कंसल्टेशन, टेस्ट, स्कैन, रिहैबिलिटेशन,दवाईयां आदि)। एक अनुमान से हैदराबाद में ब्रेन कैंसर के इलाज का खर्च 350000 से 750000 तक होता है।
अगर आप अपने कैंसर के प्रकार और इलाज के हिसाब से अपना खर्च जानना चाहते हैं तो हमें कॉल करें 8008575405 पर और हम आपको आपके खर्च का अनुमान बताने में मदद करेंगे।
हैदराबाद में किफायती दाम में फेफड़े के कैंसर का इलाज
क्लिनिकल अनुभव और मरीजों की कहानियां
हमें ओंको कैंसर सेंटर के लिए पॉजिटिव प्रतिक्रियाएं सुनकर बहुत ही खुशी होती है।
यहां द्वारा सर्विस लेने वाले मरीजों ने अपना अनुभव शेयर किया है।
हैदराबाद में ब्रेन कैंसर के इलाज के लिए पूछे जाने वाले प्रश्न
ज्यादातर ब्रेन कैंसर में सर्जरी ही सबसे अच्छा विकल्प है। हैदराबाद के Onco केयर सेंटर में सर्जरी की सभी आधुनिक तकनीकें उपलब्ध है। सर्जरी के साथ डॉक्टर आपको कीमोथेरेपी या रेडियोथेरपी करने की भी सलाह देंगे।
यहां आपको अपनी बीमारी की पूरी जानकारी मिलेगी और Onco के बहु प्रतीक्षित कैंसर के एक्स्पर्ट आपको सबसे अच्छे इलाज के विकल्प भी देंगे।
आम तौर पर शुरूआती चरण के ब्रेन कैंसर के लिए सर्जरी ही सबसे अच्छा विकल्प है। जिन मामलों में कैंसर मस्तिष्क के दूसरे हिस्से और शरीर के दूसरे अंगों तक फैल चुका होता है उनमें ‘होल ब्रेन रेडिएशन थेरेपी’ चुना जाता है। इनके अलावा कीमोथेरेपी और टारगेटेड थेरेपी भी कर सकते हैं।
ब्रेन कैंसर को स्टेज की जगह 1 से 4 ग्रेड में विभाजित किया गया है। ग्रेड जितना ज्यादा होता है उतना ही खतरनाक ब्रेन कैंसर होता है। चौथे ग्रेड के ब्रेन कैंसर में ट्यूमर की कोशिकाएं ज्यादा ही असामान्य होती हैं और ब्रेन से शरीर के दूसरे हिस्सों तक आसानी से फैल जाती हैं।
बाकी की सर्जरी की तरह ही ब्रेन की सर्जरी की भी अपने जटिलताएं होती हैं जैसे खून बहना (ब्लीडिंग), संक्रमण का बढ़ा हुआ खतरा,या एनेस्थीसिया के अनचाहे प्रभाव। इन परेशानियों की तुलना में इनके फायदे संतोषजनक हैं क्योंकि ब्रेन कैंसर के लिए सर्जरी ही सबसे उपयुक्त इलाज है। कुछ मरीजों को सर्जरी के अलावा किसी और इलाज की ज़रूरत नहीं होती है। उच्च प्रशिक्षित और अनुभवी सर्जन ही सर्जरी करते हैं और उसके बाद साइड इफेक्ट्स से बचने के लिए दवाइयां देते हैं।
कीमोथेरेपी ताकतवर दवाईयों को इस्तेमाल करके कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट करती है। ब्रेन कैंसर के इलाज के लिए कीमो को सर्जरी या रेडिएशन थेरेपी के साथ मिला कर दिया जा सकता है। शुरूआती चरण के ब्रेन कैंसर को ठीक करने के लिए ये उपयुक्त है। लेकिन फाइनल स्टेज के ब्रेन कैंसर के लिए कीमो का इस्तेमाल कैंसर की कोशिकाओं को बढ़ने से रोकने के लिए और मरीज़ का जीवन लंबा करने के लिए किया जाता है।
आप किस तरह की प्रक्रिया से इलाज करा रहे हैं इस पर इलाज का समय निर्भर करता है। ब्रेन कैंसर की सर्जरी 2 से 7 घंटे तक चलती है जिसके बाद लगातार निगरानी रखी जाती है। कीमोथेरेपी 5 से 6 साइकिल में दी जाती है और एक साइकिल 28 दिन तक काम करती है। तो इसमें कुल मिला कर 2 से 6 महीने लग जाते हैं। रेडियोथेरपी 1 से 5 सेशन में की जाती है और हर सेशन लगभग 15 मिनट से लेकर 2 घंटे तक का होता है जिसके बाद आप उसी दिन वापिस घर भी चले जाते हैं।
ज्यादातर ब्रेन ट्यूमर के लिए सर्जरी ही एकमात्र और प्राथमिक उपचार है। अगर मरीज़ सर्जरी के योग्य नहीं है तो कीमोथेरेपी या रेडियोथेरपी को चुना जाता है।
एक आधुनिक प्रकार की रेडियोथेरपी भी उपलब्ध है जिसे स्टीरियोटैक्टिक रेडियोसर्जरी भी कहते हैं जिससे ब्रेन कैंसर का प्रभावशाली इलाज किया जाता है।
स्टेज 4 कैंसर को ग्रेड 4 कैंसर भी कह सकते हैं। हालांकि ग्रेड 4 के कैंसर काफी आक्रामक होते हैं तो 5 साल बचने की संभावना होती है। ट्यूमर किस स्थान पर है और कितना बड़ा है,इन बातों पर सम्भावना की दर निर्भर करती है। इसलिए अपने डॉक्टर से अपने जीवन की संभावित आयु पूछें।
ब्रेन ट्यूमर कई तरह के होते हैं और हर प्रकार तेज़ी से नहीं बढ़ते। सिर्फ 3 और 4 ग्रेड के ट्यूमर तेज़ी से बढ़ कर फैल सकते हैं। ज्यादातर मामलों में प्राथमिक (प्राइमरी) ब्रेन कैंसर नर्वस सिस्टम के आगे नहीं फैलते।
शुरूआती चरण के ब्रेन कैंसर सर्जरी से ठीक हो सकते हैं। लेकिन ये दर ट्यूमर होने के स्थान,नाप और ग्रेड पर निर्भर करती है। अगर ट्यूमर मस्तिष्क के किसी संवेदनशील जगह पर है तो उसे सर्जरी से नहीं हटा सकते। ऐसे में ‘होल ब्रेन रेडियोथेरपी’ करके ब्रेन के ट्यूमर को ठीक किया जाता है। अपने डॉक्टर से अपने ब्रेन कैंसर की जानकारी लें और पूछें कि वह कितना ठीक हो सकता है।
नेशनल ब्रेन ट्यूमर सोसाइटी के हिसाब से औसतन 5 साल जीने की संभावना दर 35.6% होती है। मरीज की आयु, ट्यूमर का प्रकार और ग्रेड पर जीने की संभावना दर निर्भर करती है। लो ग्रेड के ब्रेन कैंसर और 40 से कम उम्र के युवा मरीज की जीने की संभावना दर इलाज के बाद 5 साल तक रहती है। ये आंकड़े सभी पर लागू नहीं होते क्योंकि हर मरीज की स्थितियां अलग होती हैं। आपके डॉक्टर आपके केस की विस्तृत जानकारी के हिसाब से आपके लिए संभावित आयु बता सकते हैं। आजकल कई आधुनिक तकनीकें उपलब्ध हैं जिनसे हम ब्रेन ट्यूमर का काफी अच्छे से इलाज करके मरीज की आयु बढ़ा सकते हैं।
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