प्रोटीन एक स्वस्थ आहार का एक अनिवार्य हिस्सा है। यह मांसपेशियों के निर्माण और रिपेयर करने में मदद करता है, वजन घटाने को बढ़ावा देता है और शरीर से फैट को कम करता है। हालांकि, एक आम मात्रा से अधिक हाई प्रोटीन आहार का सेवन कैंसर सहित कई स्वास्थ्य जोखिमों को बढ़ावा दे सकता है।
एक नए अध्ययन की मानें तो मध्यम आयु वर्ग के लोगों के आहार में बड़ी मात्रा में पशु प्रोटीन का सेवन करने से, कैंसर और डायबिटीज की घटनाओं में काफी अधिक वृद्धि हुई है। अध्ययन में हाई-प्रोटीन आहार और स्वास्थ्य पर उनके प्रभाव को देखा गया है, रिसर्च को अलग-अलग आयु समूहों में विभाजित किया गया, जिनकी आयु 50 से 65 या उससे अधिक थी। शोधकर्ताओं ने यह भी जांच की कि क्या उपभोग किए जाने वाले प्रोटीन के प्रकार, पशु या पौधे में अंतर था, और इसका प्रभाव स्वास्थ्य और मृत्यु दर पर पड़ा। अध्ययन ने कुछ आश्चर्यजनक निष्कर्ष निकले।
अध्ययनों से पता चला है कि हाई प्रोटीन वाले आहार, विशेष रूप से रेड मीट-आधारित प्रोटीन, कैंसर के बढ़ते जोखिम से जुड़े हैं। अन्य स्रोतों से प्रोटीन खाने से कैंसर का खतरा कम होता है। शोधकर्ताओं का मानना है कि ऐसा मांस में मौजूद कार्सिनोजेनिक यौगिकों और फैट के कारण हो सकता है।
कई अध्ययनों और स्वास्थ्य एजेंसियों का कहना है कि शरीर के वजन के प्रति किलोग्राम औसतन लगभग 0.8 ग्राम प्रोटीन खाना चाहिए। उदाहरण के लिए, अगर आपका वजन 50 किलो है, तो आपको रोजाना 40 ग्राम से ज्यादा प्रोटीन नहीं खाना चाहिए।
हाई प्रोटीन डाइट : जब आप अपनी कैलोरी का 20 प्रतिशत या उससे अधिक प्रोटीन से प्राप्त करते हैं, जिसमें पौधे-आधारित और पशु-आधारित दोनों शामिल हैं।
मीडियम प्रोटीन डाइट: जब आपको अपनी कैलोरी का 10 से 15 प्रतिशत प्रोटीन से मिलता है।
लो मीडियम प्रोटीन डाइट: जब आपको प्रोटीन से 10 प्रतिशत या उससे कम कैलोरी मिलती है।
अध्ययन के अनुसार, एक व्यक्ति द्वारा खाए गए कार्ब्स और फैट की मात्रा कैंसर की दरों में कोई भूमिका नहीं निभाती है।
यह स्पष्ट है कि इस विषय पर और अधिक रिसर्च किए जाने की आवश्यकता है, लेकिन विदेशों में अधिकांश लोग जरूरत से ज्यादा प्रोटीन खाते हैं। शोधकर्ताओं की मानें तो 19-70 या उससे अधिक आयु के पुरुष को प्रतिदिन 56 ग्राम प्रोटीन का सेवन करना चाहिए, और 19-70 या उससे अधिक आयु की महिला को प्रतिदिन 46 ग्राम प्रोटीन का सेवन करना चाहिए। प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों का चयन करते समय, लीन व्हाइट मीट जैसे कि चिकन, पौधे प्रोटीन जैसे बीन्स और मसूर, या मछली जैसे सैल्मन या तिलपिया का लक्ष्य रखें। अपने आहार से प्रोसेस्ड मीट को सीमित करने या समाप्त करने का प्रयास करें और रेड मीट को कम मात्रा में ही खाएं।
नोट: किसी भी तरह की डाइट को लेने से पहले एक बार अपने डाॅक्टर से बात ज़रूर कर लें।
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