ब्रेस्ट कैंसर गर्भावस्था के दौरान होने वाला सबसे आम कैंसर है। 3000 में से 1 महिला को गर्भावस्था के दौरान या उसके तुरंत बाद ये कैंसर हो जाता है।
बहुत बार गर्भावस्था के दौरान विकसित होने वाले ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer) का निदान एडवांस स्टेज में किया जाता है, जिससे इसका इलाज करना अधिक मुश्किल हो जाता है।
गर्भावस्था के दौरान विकसित हुए 104 ब्रेस्ट कैंसर के मामलों का एक अध्ययन टाटा मेमोरियल अस्पताल में किया गया था। जिसमें यह पाया गया कि इनमें से 41 प्रतिशत महिलाओं में स्तन कैंसर का ट्रिपल नेगेटिव सब-टाइप था। इस उप-प्रकार को अक्सर अन्य प्रकार के स्तन कैंसर की तुलना में अधिक आक्रामक माना जाता है। इनमें से 50 प्रतिशत से अधिक महिलाओं का निदान उनके कैंसर के उस हिस्से के बाहर फैलने के बाद किया गया था जिसमें यह शुरू हुआ था (जिसे लोकली एडवांस कहा जाता है)।
निदान में यह देरी गर्भावस्था के दौरान स्तन के ऊतकों में शारीरिक परिवर्तन के कारण हो सकती है। ज्यादातर मामलों में कैंसर के निदान से पहले 6 महीने तक बीत चुके होते हैं।
गर्भावस्था के दौरान कौन से परीक्षण सुरक्षित हैं?
स्तन कैंसर के निदान के लिए कई परीक्षणों का उपयोग किया जाता है। गर्भावस्था के दौरान ये सभी सुरक्षित नहीं हैं।
सुरक्षित है
- एब्डोमिनल शील्डिंग के साथ मैमोग्राफी
- सोनोग्राफी
- लोकल एनसथिसिया में कोर नीडल बायोप्सी
- एब्डोमिनल शील्डिंग के साथ चेस्ट एक्स-रे
- एब्डोमिनल का अल्ट्रासाउंड
- पहली तिमाही के बाद एमआरआई पेट (बिना कंट्रास्ट के)
- लो डोज़ बोन स्कैन, यदि आवश्यक हो
सुरक्षित नहीं है
सीटी स्कैन
गर्भावस्था के दौरान स्तन कैंसर जन्म के परिणामों या नवजात शिशु के स्वास्थ्य को प्रभावित नहीं करता है।
गर्भवती महिलाओं में स्तन कैंसर का इलाज कैसे किया जाता है?
उपचार काफी हद तक गर्भावस्था की स्टेज पर निर्भर करता है, और स्तन इमेजिंग के बाद शुरू होता है, कोर बायोप्सी (Core biopsy) और बीेमारी की स्टेजिंग नाॅन- कंट्रास्ट एमआरआई या यूएसजी का उपयोग करके किया जाता है।
12 सप्ताह से कम गर्भवतीः
- अगर महिला 12 सप्ताह से कम गर्भवती है, तो कीमोथेरेपी से बचा जाता है।
- इसके अलावा, मास्टेक्टॉमी पर विचार किया जा सकता है, क्योंकि डिलीवरी के बाद तक रेडिएशन नहीं दिया जा सकता है।
- गर्भावस्था में उपचार को समापत रोगी की इच्छा के अनुसार और पहली तिमाही में रोग के एडवासं स्टेज के मामलों के आधार पर किया जा सकता है।
12 सप्ताह से अधिक गर्भवतीः
यदि गांठ ऑपरेशन योग्य है, तो मास्टेक्टॉमी या ब्रेस्ट कंजर्वेशन सर्जरी उपचार का पहला तरीका है। 35-37 सप्ताह में डिलीवरी के बाद एडजुवेंट कीमोथेरेपी (Adjuvant chemotherapy) दी जा सकती है।
यदि गांठ स्थानीय रूप से एडवांस है (यदि कैंसर फैल गया है), तो नियोएडजुवेंट कीमोथेरेपी (Neoadjuvant chemotherapy) आमतौर पर उपचार का पहला चरण होता है। इसके बाद ब्रेस्ट कंजर्वेशन सर्जरी की जा सकती है। डिलीवरी के बाद, रेडिएशन थेरेपी, टारगेट थेरेपी के साथ या बिना हार्मोन थेरेपी दी जाती है।
आपके पास गर्भावस्था के दौरान स्तन कैंसर के इलाज को लेकर कोई भी सवाल है, तो आप 79965 79965 पर डॉ शिखर से संपर्क कर सकते हैं।