केयरगिवर दिलीप ने बताया कि कैसे उनके ससुर के ओरल कैंसर के उपचार में उन्हें onco.com से मदद मिली।
मेरे ससुर मेरे जीवन में उन खास लोगों में से एक है, जिन्हें मैं बहुत ज्यादा मानता हूं। मैं उन्हें उन्हें अपनी शादी के पहले से जानता हूं। उन्होंने मुझे बिजनेस के बारे में काफी सब कुछ सिखाया और मुझे नौकरी दिलाने में भी मदद की। कई मायनों में वह मेरे गुरु थे और आज मैं जो कुछ भी हूं उन्हीं की वजह से हूं।
उनके साथ मेरी बॉन्डिंग बहुत खास है। उनकी बेटी से शादी करने के बाद, वह मेरा परिवार बन गया लेकिन वह मेरे गुरु बने रहे।
जब मुझे उनके ओरल कैंसर के बारे में पता चला, तो मैंने ये सुनिश्चित किया कि इस दौरान मैं उन्हें बेहतर उपचार दिलाने में हर संभव मदद करूंगा। लेकिन इस दौरान काफी दिक्कतें आईं।
इलाज करने वाले ऑन्कोलॉजिस्ट ने हमें सलाह दी कि मेरे ससुर के लिए सर्जरी संभव नहीं थी और उनकी केवल इम्यूनोथेरेपी दी जा सकती है। लेकिन इम्यूनोथेरेपी हमारे लिए बहुत महंगी थी और मैं इसके लिए जरूरी पैसों का इंतजाम नहीं कर पा रहा था।
जब मैंने Onco.com से संपर्क किया, तो मेरे ससुर पहले से ही ओरल कैंसर की तीसरे स्टेज में थे। उनके मुंह से खून बह रहा था। मेरे रिश्तेदारों ने मुझे इलाज के लिए आगे नहीं बढ़ने की सलाह दी, सभी को लगा था वो कैंसर काफी एडवांस स्टेज पर है, अब उपचार से कोई मदद नहीं मिल सकती।
Onco.com से संपर्क करने के बाद मुझे आशा की किरण दिखी। उन्होंने मेरा एक दूसरे ऑन्कोलॉजिस्ट से संपर्क कराया, जिन्होंने मुझे बताया कि सर्जरी संभव है। जिसके बाद सफलतापूर्वक सर्जरी पूरी हुई। उपचार के बाद हम लगातार फॉलो-अप के लिए संपर्क में रहते हैं।
टोरल कैंसर होने के कारण मेरे ससुर के लिए खाना खाने की समस्या थी। तो ओंको की तरफ से एक डाइट प्लान दिया गया, जिसके जरिए वो पहले से बेहतर तरीके से खाना खा पाते हैं।
मैंने अपने एक अन्य रिश्तेदार और एक दोस्त को ओंको से संपर्क करने की सलाह दी है, जिन्हें कैंसर था। मैं उन सभी को ओन्को की सलाह दूंगा जिन्हें कैंसर है क्योंकि सही समय पर यह सहायता प्राप्त करना महत्वपूर्ण है। थैक्यू Onco.com
फोटो का उपयोग केवल उदाहरण के लिए किया गया है।