स्तन कैंसर कोशिकाओं की असामान्य वृद्धि है जो स्तनों की वाहिनी और लोब को रेखाबद्ध करती है। पुरुषों में भी स्तन कैंसर विकसित हो सकता है, लेकिन यह दुनिया भर में सभी मामलों में 1 प्रतिशत से भी कम है। सभी महिलाओं को स्तन कैंसर की जांच से जुड़ी बातों के बारे में जानकारी होनी चाहिए। यदि आप आनुवंशिक रूप से स्तन कैंसर विकसित कर सकते हैं, तो आपके किसी भी प्रश्न के बारे में अपनी स्वास्थ्य देखभाल टीम से बात करना महत्वपूर्ण है।
नीचे कुछ सामान्य रूप से पूछे जाने वाले प्रश्नों की सूची दी गई हैः
स्तन कैंसर के खतरे को कम करने के लिए महिलाएं क्या कर सकती हैं?
स्तन कैंसर के मामलों को सीमित करने में बेहतर जीवनशैली को अपनाना शामिल है। इनमें शराब और तंबाकू के सेवन को सीमित करना या उससे बचना, वजन को नियंत्रित करना, शारीरिक रूप से सक्रिय होना और जरूरत पड़ने पर स्तनपान कराना शामिल है। अन्य बाहरी कारक जिनसे कोई बच सकता है, वे हैं हार्मोन थेरेपी की खुराक और अवधि और यूवी रेडिएशन मजबूत रसायनों के संपर्क से बचना।
ब्रेस्ट सेल्फ-एग्जामिनेशन कैसे की जाती है?
स्तनों का सेल्फ-एग्जामिनेशन (breast self-examination) महीने में एक बार करना चाहिए। आप शीशे के आगे ये कर सकते हैं। जब आप लेटे या खड़े हों तो आपके स्तन मजबूत और मुलायम होने चाहिए। आप बाएं स्तन को महसूस करने के लिए अपने दाहिने हाथ का उपयोग कर सकते हैं और ऐसा ही दूसरे के लिए भी करें।
आप उंगलियों की मदद से सर्कुलर, वर्टिकल और हॉरिजॉन्टल में हल्के प्रेशर की मदद से नसों के आस-पास किसी भी तरह के बदलाव को महसूस करने कीे कोशिश करें। अगर आपको गांठ महसूस हो तो घबराएं नहीं। आपको तुरंत अपने डॉक्टर को इस बारे में बताना है। आप स्तनों में डिंपल, पकना या सूजन जैसे बदलाव भी देख सकते हैं। यदि आपके स्तन पर 10 दिनों से अधिक समय तक दाने या लाली हैं, तो यह इस बात की ओर इशारा करता है कि आपको इसकी जांच करने की आवश्यकता है। अपनी बाहों को उठाएं और देखें कि क्या निप्पल में तरल पदार्थ के कोई लक्षण हैं, या दूध के अलावा कोई अन्य स्राव है। इन सब तरीकों से आप सेल्फ-एग्जामिनेशन कर सकते हैं।
मुझे स्तन कैंसर की जांच कब शुरू करनी चाहिए?
प्रारंभिक अवस्था में ट्यूमर की पहचान करने में स्क्रीनिंग टेस्ट उपयोगी होते हैं, ताकि उपचार सकारात्मक परिणाम दिखा सके। पारिवारिक इतिहास वाली महिलाओं को, विशेष रूप से, हर साल एमआरआई और मैमोग्राम के साथ जांच करानी चाहिए।
सामान्य स्क्रीनिंग सिफारिशों के अनुसार, 40 से 44 वर्ष की आयु की महिलाओं की वार्षिक स्क्रीनिंग होनी चाहिए, यदि वे ऐसा करना चाहती हैं। 45 से 54 साल की उम्र की महिलाओं को हर साल मैमोग्राम करवाना चाहिए। 55 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों को हर दो साल में मैमोग्राम करवाना चाहिए या सालाना स्क्रीनिंग जारी रखनी चाहिए।
30 या उससे कम उम्र की महिलाओं को स्क्रीनिंग करानी चाहिए?
आपकी उम्र की परवाह किए बिना, नियमित सेल्फ-एग्जामिनेशन की सिफारिश की जाती है और यदि आपको कुछ भी असामान्य दिखाई देता है तो आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।
मैं अपने इलाज के बाद की स्थिति को कैसे पार कर सकती हूं?
कई कैंसर सपोर्ट ग्रुप हैं, आप शारीरिक रूप से या ऑनलाइन फोरम पर इनसे जुड़ सकती हैं। अपने लोकल कम्यूनिटी ग्रुप या फिर न्यूज़पेपर पर आप इनके बारे में सर्च कर सकती हैं। Onco.com बैंगलोर एक कैंसर सपोर्ट ग्रुप का आयोजन करता है, जिसे टॉक योर हार्ट आउट (TYHO) कहा जाता है, जो बीमारी के कई पहलुओं के बारे में बात करने के लिए कैंसर से जुड़ें लोगों और समर्थकों को एक साथ लाकर उन्हें अपनी बात कहने का मौका देता है।