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हैदराबाद में बेस्ट इम्यूनोथेरेपी स्पेशलिस्ट
हैदराबाद में इम्यूनोथेरेपी पर अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
इम्यूनोथेरेपी अन्य उपचारों की तुलना में अधिक सकारात्मक परिणाम और कम दुष्प्रभाव देती है लेकिन ऐसा सभी रोगियों में नहीं होता है। इसका उपयोग विभिन्न प्रकार के कैंसर के इलाज के लिए किया जाता है और यह लंबे समय तक प्रभावी रहता है।
इम्यूनोथेरेपी आप पर काम करेगी या नहीं, इसका मूल्यांकन करने के लिए आप कई टेस्ट होते हैं, जिसके बाद यह दी जाती है। इन टेस्ट में शामिल हैं:
• पीडी-एल1
• टीआईएल (ट्यूमर-घुसपैठ करने वाले लिम्फोसाइट्स)
• टीएमबी (ट्यूमर म्यूटेशन बर्डन)
• एमएसआई (माइक्रोसैटलाइट इन स्टेबिलिटी)
इसका उपयोग कीमोथेरेपी या रेडिएशन थेरेपी जैसे अन्य उपचारों के बाद या साथ में किया जाता है। यह अकेले या संयोजन में भी प्रयोग किया जाता है यदि आपका कैंसर अन्य उपचारों का जवाब नहीं दे रहा है।
इम्यूनोथेरेपी सभी रोगियों के लिए उपयुक्त नहीं है। इसलिए, डॉक्टर यह जांचने के लिए कुछ टेस्ट कराने की सलाह देते हैं, जिससे यह पता चलता है कि कि उपचार आप पर प्रभावी होगा या नहीं।
मोनोक्लोनल एंटीबॉडी थेरेपी, टी-सेल ट्रांसफर थेरेपी, इम्यून चेकपॉइंट इनहिबिटर, वैक्सीन ट्रीटमेंट और इम्यून सिस्टम मॉड्यूलेटर जैसे कई प्रकार के इम्यूनोथेरेपी हैं। प्रत्येक चिकित्सा की अपनी प्रभावकारिता होती है और इसका उपयोग विभिन्न कैंसर के इलाज के लिए किया जाता है।
इंट्रावेनस इम्यूनोथेरेपी इंजेक्शन की जगह पर दर्दए सूजन और घावों का कारण बनती है। इसके साथ ही यह लालपनए सूखापन और दर्दनाक फफोले भी दे सकती है। एक से तीन सप्ताह के उपचार के बाद ये दुष्प्रभाव दूर हो जाते हैं।
उपचार के बाद कई दुष्प्रभाव दूर हो जाते हैं। केवल कुछ मामलों में, कीमोथेरेपी आपके द्वारा प्राप्त किए जा रहे उपचार के प्रकार के आधार पर अंगों को नुकसान पहुंचा सकती है। हमारी हेल्थ केयर टीम आपको कैंसर के उपचार के दौरान दवा, डाइट और न्यूट्रिशन के बारे में गाइड करेगी ताकि दुष्प्रभावों को मैनेज या कम किया जा सके।
उपचार के लिए निर्धारित दवाओं का खर्चा, ट्यूमर के प्रकार और व्यापकता, कैंसर की अवस्था, ट्यूमर के घातक स्थिति आदि के आधार पर अलग सकता है।
इम्यूनोथेरेपी 25,000 से शुरू होती है।
औसत लागत एक साइकल का 1,00,000 से 4,00,000 रुपये तक हो सकती है।
आमतौर पर, इलाज के दौरान 3.4 साइकल की आवश्यकता होती है और यदि शरीर में अभी भी कैंसर कोशिकाएं हैं तो यह आगे भी बढ़ सकती हैं।
रिकवरी के आधार पर हर साइकल को 21 दिनों तक दोहराया जाना चाहिए।
प्रत्येक रोगी इम्यूनोथेरेपी के लिए उपयुक्त नहीं है लेकिन उपयुक्त रोगियों के लिए अन्य उपचारों की तुलना में सफलता दर काफी अधिक है।
आप फ्लू जैसे लक्षणों का अनुभव कर सकते हैं, बुखार, ठंड लगना, थकान, मतली, और घावों के साथ उपचार वाली जगह पर दर्द। डॉक्टर इन दुष्प्रभावों को मैनेज करने के लिए कुछ दवाएं देते हैं और दो-तीन सप्ताह के उपचार के बाद वे दूर हो जाएंगे।
ओन्को निदान से लेकर उपचार के बाद तक आपको हर संभव सहायता प्रदान करता है जिसकी आपको आवश्यकता है। ओन्को से आप घर बैठे बेस्ट ऑन्कोलॉजिस्ट के साथ जुड़ सकते हैं। साथ ही सेकेंड ओपिनियन, न्यूट्रिशन गाइडेंस, स्ट्रेस काउंसलिंग, अन्य सर्वाइवर के साथ जुड़ सकते हैं, केयर मैनेजर सेवा का का निरंतर सहयोग पा सकते हैं, जो इस सफर में आपकी मदद करेंगे।
इम्यूनोथेरेपी महीनों से लेकर, इलाज की प्रतिक्रिया के आधार पर अधिकतम 2 साल तक चलती है। कुछ रोगियों को 9 से 12 महीनों के भीतर परिणाम मिलने लगते हैं और कुछ रोगियों को 5 साल तक पूरा कोर्स करने की आवश्यकता हो सकती है।
इम्यूनोथेरेपी के लिए आपके पास टिकाऊ प्रतिक्रियाएं हो सकती हैं। यह कैंसर कोशिकाओं को पहचानकर और उन पर हमला करके लंबे समय तक काम करती है।
इम्यूनोथेरेपी, जिसे बायोलाॅजिकल थेरेपी भी कहा जाता है, ये कैंसर के उपचार का एक रूप है जो शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है, ताकि कैंसर का इलाज अंदर से किया जा सके।
• यह रोगी के इम्यून सिस्टम को बढ़ावा देती है जो बदले में कैंसर कोशिकाओं को नष्ट कर देता है।
• उन बाधाओं को दूर करती है जो इम्यून सिस्टम को कैंसर कोशिकाओं से लड़ने से रोकती हैं।
इम्यूनोथेरेपी के विभिन्न प्रकार हैं: प्रत्येक अलग-अलग तरीकों से काम करता है। कुछ उपचार कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकते या धीमा करते हैं, और कुछ कैंसर को नष्ट या शरीर के अन्य भागों में फैलने से रोकते हैं। कैंसर के इलाज के लिए दो या दो से अधिक प्रकार की इम्यूनोथेरेपी को जोड़ा जा सकता है। यहां कैंसर के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली इम्यूनोथेरेपी की लिस्ट दी गई है:
मोनोक्लोनल एंटीबॉडी थेरेपी: मोनोक्लोनल एंटीबॉडी लैब में बनाई जाती है और कैंसर कोशिकाओं के विभाजन को रोकर या कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune system) को ट्रिगर करके काम करते हैं।
चेकपॉइंट इम्यून सिस्टम का एक अभिन्न अंग हैं जो इस पर लगातार हमला करने से रोकती हैं। इम्यून सिस्टम को उन पर हमला करने से रोकने के लिए कैंसर चेकपॉइंट को प्रोत्साहित कर सकते हैं। तो, चेकपॉइंट अवरोधकों का उपयोग किया जाता है।
चेकपॉइंट इनहिबिटर मोनोक्लोनल एंटीबॉडी का एक वर्ग है जो कैंसर कोशिकाओं से लड़ने के लिए इन्हें रोकता है और इम्यून सिस्टम को को मजबूत बनाता है।
डेंड्रिटिक सेल थेरेपी: इस थेरेपी के दौरान, रोगी के शरीर से डेंड्राइटिक कोशिकाओं को निकाला जाता है और लैब में फिर से तैयार किया जाता है। बाद मेंए बनाई गई इन कोशिकाओं को रोगी के शरीर में वापस इंजेक्ट किया जाता है। ये कोशिकाएं कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने का काम करती हैं।
ऑनकोलिटिक वायरस थेरेपी: रोगी के शरीर में विशेष प्रकार के वायरस को इंजेक्ट किया जाता है जो स्वस्थ कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाए बिना कैंसर कोशिकाओं को मारता है।
कैंसर वैक्सीन: रोगी का इलाज ऐसी वैक्सीन से करना जो कैंसर कोशिकाओं से लड़ने के लिए इम्यून शक्ति को बढ़ाती है। कैंसर की ये वैक्सीन मृत कैंसर कोशिकाओं, प्रोटीन, या कैंसर कोशिकाओं, या इम्यून सिस्ट कोशिकाओं से प्रोटीन के टुकड़ों से तैयार किए जाते हैं।
इम्यून सिस्टम मॉड्यूलेटर: इम्यून सिस्टम मॉड्यूलेटर एक प्रकार की इम्यूनोथेरेपी है जो कैंसर के खिलाफ शरीर की प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को बढ़ाती है।
• ब्लैडर कैंसर
• ब्रेन कैंसर (ब्रेन ट्यूमर)
• ब्रेस्ट कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर
• ग्रीवा कैंसर
• ओवेरियन कैंसर
• पेट का कैंसर
• सिर और गर्दन का कैंसर
• लेकिमिया
• किडनी, लीवर और फेफड़ों का कैंसर
• स्किन कैंसर
• लिम्फोमा और मेलेनोमा
उपचार के लिए निर्धारित दवाओं का खर्चा, ट्यूमर के प्रकार और व्यापकता, कैंसर की अवस्था, ट्यूमर के घातक स्थिति आदि के आधार पर अलग सकता है।
इम्यूनोथेरेपी 25,000 से शुरू होती है।
औसत लागत एक साइकल का 1,00,000 से 4,00,000 रुपये तक हो सकती है।
आमतौर पर, इलाज के दौरान 3.4 साइकल की आवश्यकता होती है और यदि शरीर में अभी भी कैंसर कोशिकाएं हैं तो यह आगे भी बढ़ सकती हैं।
रिकवरी के आधार पर हर साइकल को 21 दिनों तक दोहराया जाना चाहिए।
क्योंकि इम्यूनोथेरेपी कीमोथेरेपी और रेडिढशन की तुलना में अधिक प्रभावी उपचार बन गया हैए पेटेंट दवाओं के कारण दाम बहुत अधिक है।
• जब अन्य उपचार काम नहीं आते हैं तो इम्यूनोथेरेपी प्रतिक्रिया दिखा सकती है।
उदाहरणः स्किन कैंसर रेडिएशन या कीमोथेरेपी का जवाब नहीं देते हैं लेकिन इम्यूनोथेरेपी के प्रति प्रतिक्रिया देते हैं।
• यह अन्य कैंसर उपचारों को बेहतर ढंग से काम करने में भी मदद करता है।
• अन्य कैंसर उपचारों की तुलना में बहुत कम दुष्प्रभाव होते हैं क्योंकि यह पूरे शरीर में नहींए बल्कि इम्यून सिस्टम पर काम करती है।
• कैंसर की वापसी की संभावना बहुत कम होती है क्योंकि इम्यून सिस्टम कैंसर कोशिकाओं से लड़ने के लिए सशक्त बनाती है।
इसे इम्यूनोमेमोरी कहा जाता है और यह आपको लंबे समय तक कैंसर मुक्त रहने में मदद कर सकती है।
• त्वचा की समस्याएं: इलाज वाली जगह पर घाव हो सकता है, खुजली, सूजन, लालिमा या दर्द महसूस हो सकता है। इसे प्रबंधित करने के लिए हल्के, बिना खुशबू वाले साबुन का उपयोग करें, गर्म पानी से नहाएं, त्वचा को मॉइस्चराइज़ करें और धूप में जाने से बचें।
• बुखार: आपकी मेडिकल टीम आपके बुखार को कम करने के लिए दवा लिख सकती है।
• फ्लू जैसे लक्षण: बुखार के साथ आपको सिरदर्द, जी मिचलाना, मांसपेशियों या जोड़ों में दर्द, ठंड लगना, नाक बहना, सूखी खांसी, दस्त और कमजोरी का अनुभव हो सकता है। आपके डॉक्टर ओवर-द-काउंटर दवाएं लिख सकते हैं। हाइड्रेटेड रहने से आपको मदद मिलेगी।
• थकान: थकान महसूस करना कैंसर के उपचार में सबसे आम दुष्प्रभाव है। इसे आप दिन में थोड़ी नींद लेकराअराम कर सकते हैं, व्यायाम करके, पर्याप्त प्रोटीन के साथ स्वस्थ भोजन खाकर, हाइड्रेटेड और आराम से रहकर प्रबंधित किया जा सकता है।
• ऑटोइम्यून डिसऑर्डर: कभी-कभी इम्यूनोथेरेपी की दवाएं इम्यून सिस्टम कम प्रतिक्रिया देने का कारण बनती हैं। यह स्वस्थ ऊतकों और अंगों को नष्ट कर सकता है जिससे मायोकार्डिटिस, न्यूमोनाइटिस, कोलाइटिस, हेपेटाइटिस, एंडोक्राइन डिसऑर्डर, यूवाइटिस (आंखों की सूजन) और गठिया हो सकता है।
अपने डाॅक्टर से कसंल्ट करें यदि आप इन लक्षणों को नोटिस करते हैं और वे कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स देने की सलाह दे सकते हैं या फिर साइड इफेक्ट की गंभीरता के आधार पर इम्यूनोथेरेपी बंद कर देंगे।
• दिल में घबराहट: इसे कैफीन, शराब और धूम्रपान से परहेज करके प्रबंधित किया जा सकता है। नियमित रूप से व्यायाम करें, चिंता न करने, हार्टबीट को ट्रैक करें और मेडिकल टीम को हृदय रोग, डायबिटीज, लिवर या किडनी की समस्याओं के लक्षणों और इतिहास के बारे में ज़रूर बताएं।
इम्यूनोथेरेपी दो तरह से कैंसर का इलाज करती है:
• कैंसर कोशिकाओं पर हमला करने के लिए प्राकृतिक इम्यून सिस्टम को एक्टिव करती है।
• लैब्स में इम्यून सिस्टम के घटकों को बनाकर और उन्हें रोगी के शरीर में इंजेक्ट किया जाता है।
इम्यूनोथेरेपी अकेले या कभी-कभी अन्य उपचारों के साथ दी जाती है।
इम्यून सिस्टम कैसे काम करता है?
हमारे इम्यून सिस्टम में कोशिकाएं, अंग और अन्य पदार्थ होते हैं जो हमें संक्रमण और बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं। इसी तरह, इम्यून कोशिकाएं भी कैंसर से बचाने में मदद करती हैं।
हमारा इम्यून सिस्टम शरीर में पाए जाने वाले सभी पदार्थों को ट्रैक करता है और पहचानता है। यदि कोई नया पदार्थ या बाहरी तत्व शरीर में प्रवेश करता हैं, तो यह उन पर हमला करने के लिए चौंकन्न करती है।
हेल्दी इम्यून सिस्टम में कैंसर विकसित होने के कारण
कैंसर कोशिकाओं को विदेशी के रूप में पहचानने में इम्यून सिस्टम की अक्षमता क्योंकि कोशिकाएं सामान्य कोशिकाओं से अलग नहीं होती हैं।
भले ही इम्यून सिस्टम कैंसर कोशिकाओं को पहचानता है, लेकिन प्रतिक्रिया इतनी मजबूत नहीं हो सकती है कि कैंसर कोशिकाओं को नष्ट कर सके।
कैंसर कोशिकाएं अपने बाहरी पदार्थों को छोड़ सकती हैं जिससे इम्यून सिस्टम उन्हें खोजने और उन पर हमला करने में असमर्थ हो जाता है।
इस पर काबू पाने के लिए, शोधकर्ताओं ने कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए इम्यून प्रतिक्रिया को मजबूत करने के लिए इम्यूनोथेरेपी की खोज की है।
कॉम्बिनेशन थेरेपी का उपयोग:
इम्यूनोथेरेपी को कीमोथेरेपी या रेडिएशन के साथ जोड़ा जाता है ताकि यह और प्रभावी हो सके जैसे:
• कैंसर कोशिकाओं के लिए इम्यून प्रतिक्रिया बढ़ाए।
• कैंसर कोशिकाओं को इम्यून सिस्टम से दूर छिपने से रोकें।
• कैंसर कोशिकाओं की संख्या या ट्यूमर के आकार को कम करें।
इम्यूनोथेरेपी और कीमोथेरेपी:
इस संयोजन का उपयोग स्तन कैंसर, अग्नाशय के कैंसर, फेफड़ों के कैंसर, ब्लड कैंसर और सर्वाइकल कैंसर के इलाज के लिए किया जाता है।
इम्यूनोथेरेपी और टारगेटेड थेरेपी:
• एंडोमेट्रियल कैंसर के इलाज के लिए टारगेटेड थेरेपी के साथ चेकपॉइंट इनहिबिटर का उपयोग किया जाता है।
• फेफड़ों के कैंसर के इलाज के लिए कीमोथेरेपी और टारगेटेड थेरेपी के साथ चेकपॉइंट इनहिबिटर का उपयोग किया जाता है।
सर्जरी के साथ इम्यूनोथेरेपी:
यह कोलन और ओरल कैंसर में ट्यूमर को सिकोड़ने में मदद करती है। यह ब्रेन कैंसर का इलाज करती है और छोटे ट्यूमर पर भी हमला करती है।
इम्यूनोथेरेपी और रेडिएशन थेरेपी:
रेडिएशन कैंसर के ट्यूमर को सिकोड़ता है और उपचार को अधिक शक्तिशाली बनाने के लिए शरीर की इम्यून प्रतिक्रिया को बदल देता है।