कोरोना वैक्सीन और उनके विकास के बारे में बहुत सारी गलत सूचनाएँ लोगों के बीच फैली हुई हैं। यह तय करते समय कि वैक्सीन लगवानी है या नहीं, मिथकों को तथ्यों से अलग करना महत्वपूर्ण है। आज हम इस ब्लाॅग में कोरोना वैक्सीन से जुडे कुछ तथ्यों और मिथकों के बारे में जानेंगे।
COVID-19 देखभाल
-
-
COVID-19 के खिलाफ टीकाकरण के महत्व को प्रचारित किया जा रहा है, क्योंकि वैक्सीन को ही इस बीमारी को बड़े पैमाने पर रोकने का एकमात्र तरीका माना जा रहा है। अभी हालात के हिसाब से यह कहा जा रहा है कि भारतीय अपनी पसंद की वैक्सीन का इंतजार करने बजाय, जो भी वैक्सीन उपलब्ध है, उसे लगवा लें।
-
महामारी के दौरान मल्टीविटामिन और इम्युनिटी बूस्टर की बिक्री तेजी से बढ़ी क्योंकि लोग तेजी से फैल रहे कोविड -19 से बचाव के लिए इन गोलियों को खरीदने के लिए दौड़ पड़े। जबकि जिंक की कमी को कोविड संक्रमण की उच्च गंभीरता से जोड़ा गया है, विटामिन सी की खपत उच्च प्रतिरक्षा और कोविड के कारण होने वाले ऑक्सीडेटिव तनाव में कमी के साथ जुड़ी हुई है।
-
कोविड-19 का स्तन कैंसर के उपचार पर प्रभाव (mpact of COVID-19 on Breast Cancer Treatment)
by Team Oncoमौजूदा समय में और अधिक जटिल कोविड-19 महामारी स्तन कैंसर के रोगियों, चिकित्सकों और स्वास्थ्य सेवा प्रणाली के लिए अभूतपूर्व चुनौती बन गई है। मरीजों को इन कठिन समय से उबरने में मदद करने के लिए हम वर्तमान संकट काल में कुछ खास जानकारी लेकर आए हैं।
-
कोरोना वायरस मनुष्यों में अत्यधिक संक्रामक होता जा रहा है। इससे सांस की समस्या हो सकती है और यह बहुत तेजी से बढ़ सकता है। कुछ लोगों में यह स्पर्शोन्मुख (बिना किसी लक्षण के) पाया जाता है और यह अज्ञात रह सकता है, जबकि दूसरों में फैलता रहता है।
-
कैंसर रोगियों की देखभाल करने वालों के लिए, यह जरूरी है कि आप एहतियात के तौर पर अपने अस्पताल में किसी से भी बातचीत करते समय मास्क पहनें। जब भी आप अपने घर से बाहर हों या सार्वजनिक स्थानों पर हों, तो मास्क पहनें।
-
नए कोरोनावायरस (COVID-19) का हालिया प्रकोप और संक्रमण जिस दर पर फैल रहा है, वह…